Whatsapp: 9528447153
Email Us: info@ebookselibrary.com
Call Us: 9528447153
Press Ctrl+G to toggle between English & Hindi
सामान्य  मानवशास्त्र
Image Not Available
Image Not Available
Image Not Available
Image Not Available
Image Not Available

सामान्य मानवशास्त्र

  • 0.0

    0 Ratings

  • 0 Reviews

  • 252 Views

Author(s): ( नदीम हसनैन )

Publisher: ( Jawahar Publishers And Distributors Pvt Ltd. )

.... Read More

Buy Ebook 123.28

Price: 337.5 375
You Save 37.5
10% off

Rent Ebook Up to 8% off

Buy Chapters 18

  • Books Details

    सामान्य मानवशास्त्र

    वर्तमान संस्करण की प्रस्तावना लिखते हुए मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। कुछ ही वर्षों में इतने संस्करण व पुर्नमुद्रण इस बात को दर्शाता है कि पाठकों ने इस पुस्तक को बहुत उपयोगी पाया है।

    ( नदीम हसनैन )

    Category: Competitions
    ISBN: xxx-xxxx-xx-x
    Sr Chapter Name No Of Page
    1 खंड : एक- मानव शास्त्र : उद्धभव, इतिहास ,अर्थ व विषय क्षेत्र 1- मानवशास्त्र : विषय क्षेत्र व मुख्य शाखाएँ 11
    2 2- मानव शास्त्र - एक दृष्टिकोण 8
    3 3- व्यावहारिक मानव शास्त्र 16
    4 4- भारतीय मानव शास्त्र का विकास 20
    5 5- मानवशास्त्रीय क्षेत्रकार्य में शोध व तथ्य संकलन की प्रमुख प्रणालियाँ 12
    6 खंड :दो संस्कृति 6- संस्कृति की मानवशास्त्रीय अवधारणा 10
    7 7- उद्भविकासवाद तथा प्रसारवाद 12
    8 8- प्रमुख सामाजिक एवं सांस्कृतिक मानवशास्त्रीय के सैंद्धांतिक योगदान 13
    9 9- प्रतीकवाद, संज्ञानतमक अभिगम तथा अभिनव नृजातिविज्ञान 8
    10 खंड : तीन पुरातत्व विज्ञानं : विभिन आयाम. 10- विभिन्न प्रकार के पुरातत्व विज्ञानं के अर्थ व उनके विषय क्षेत्र 6
    11 11- महान हिम युग व उसके साक्ष्य 6
    12 12- अतीत का तिथियांकन : निश्चित तथा तुलनात्मक 4
    13 13- उपकरण प्रोधोगिकी व प्रारूप 16
    14 14- यूरोपीय प्रागितिहास 40
    15 15- भारतीय प्रागैतिहास: भारतीय संस्कृति के प्रागैतिहास एवं आद्य ऐतिहासिक आयाम 40
    16 खंड: चार मानव तथा प्रकृति 16- भौतिक संस्कृति व प्रौघोगिकी 33
    17 खंड: पांच जनजाति तथा कृषक वर्ग 17- जनजाति 10
    18 18- कृषक समुदाय व उनके विभिन्न पहलू 13
    19 खंड: छह अनुसूचित जाति 19- अनुसूचित जाति: सामाजिक अशक्तताये सामाजिक - आर्थिक समस्याएं और दूसरे मुद्दे 38
    20 खंड: सात मानव शास्त्र तथा वर्तमान संसार 20- मानवविज्ञान तथा वर्तमान संसार: वैश्वीकरण, नृजातीयता. एवं उत्तर आधुनिकता 38
  • Ratings & Reviews

    Ratings & Reviews

    0

    0 Ratings &
    0 Reviews

    5
    0
    4
    0
    3
    0
    2
    0
    1
    0