बड़े होने के उपरान्त तो ब़ड़ेें की बड़ी बातें हम सुनते ही है और पढ़े भी हैं किन्तु इन बड़ों के बचपन की बातें प्रायः बहुत ही कम मालूम होती है। श्री राम, कृष्ण, बुद्ध आदि पुरूषोत्तम व्यक्तियों के बाल्यचरित्र तो हमको बताये जाते है और हम प्रायः सभी उन्हें जानते भी हैं किन्तु आधुनिक युग के प्रसिद्ध कर्मयोगियों की बाल्यवस्था की घटनायें सर्व साधारण को बहुत ही कम ज्ञात हैं। ऐसी परिस्थिति में श्री मदनगोपाल सिंहल की प्रस्तुत रचना एक सुन्दर और उपयोगी प्रयास है। हमारे भावी भारतीय महापुरूषों -हमारे आज के बालकों-में इस युग के इन महानुभावों के बाल्य-चरित्रों से उत्साह और उमंग उत्पन्न होगी, ऐसी मुझे पूर्ण आशा है।
Sr | Chapter Name | No Of Page |
---|---|---|
1 | 1- रविन्द्रनाथ ठाकुर | 8 |
2 | 2- सर्वपल्ली राधकृष्णन | 4 |
3 | 3- सी॰वी॰ रमन | 4 |
4 | 4- सरदार वल्लभभाई पटेल | 4 |