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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत मध्यप्रदेश शासन उच् .... Read More
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग ने सत्र 2022-23 के लिए बी. ए. द्वितीय वर्ष, इतिहास का पाठ्यक्रम निर्धारित किया है।
Sr | Chapter Name | No Of Page |
---|---|---|
1 | 1. मध्यकालीन भारतीय इतिहास के स्रोत | 11 |
2 | 2. दिल्ली सल्तनत की स्थापना एवं सुद्दीकरणः कुतुबुद्दीन ऐबक और इल्तुतमिश | 9 |
3 | 3. रजिया सुल्तान और बलबन | 9 |
4 | 4. खलजी वंश : जलालुउद्दीन एवं अलाउद्दीन खलजी की विजयें, प्रशासन एवं सुधार | 17 |
5 | 5. मंगोल आक्रमण और उसका प्रभाव | 6 |
6 | 6.तुगलक वंश : मोहम्मद बिन तुगलक और फीरोजशाह तुगलक | 15 |
7 | 7. क्षेत्रीय राज्यों का उदयः विजयनगर एवं बहमनी साम्राज्य. | 17 |
8 | 8. मालवा का गौरी राजवंशः दिलावर खान एवं होशंगशाह. | 8 |
9 | 9. मध्यकाल में राणा कुम्भा और राणा सांगा की भूमिका | 7 |
10 | 10. मुगल आक्रमणः बाबर की उपलब्धियाँ. | 8 |
11 | 11. हुमायूँ | 9 |
12 | 12. शेरशाह सूरी : उपलब्धियाँ एवं प्रशासन | 9 |
13 | 13. मुगल साम्राज्य का सुदृढ़ीकरण - अकबर : प्रशासनिक एवं सांस्कृतिक उपलब्धियाँ | 15 |
14 | 14. जहाँगीर एवं उसकी उपलब्धियाँ. | 8 |
15 | 15. शाहजहाँ एवं उसकी उपलब्धियाँ | 10 |
16 | 16. मराठों का उदय शिवाजी की विजयें एवं प्रशासन | 10 |
17 | 17. मुगल- राजपूत सम्बन्धः राणा प्रताप के विशेष संदर्भ में | 11 |
18 | 18. मुगल-सिक्ख सम्बन्ध | 5 |
19 | 19. मुगल–बुन्देला सम्बन्धः छत्रसाल बुन्देला के विशेष संदर्भ में | 10 |
20 | 20. मुगल-गोंड सम्बन्धः रानी दुर्गावती के विशेष संदर्भ में | 6 |
21 | 21. औरंगजेबः धार्मिक नीति, दक्षिण नीति, मुगल साम्राज्य का पतन, नादिरशाह का आक्रमण एवं उसके प्रभाव | 12 |
22 | 22. सल्तनतकाल में आर्थिक स्थितिः कृषि, उद्योग और व्यापार | 11 |
23 | 23. सल्तनत काल में सामाजिक जीवन एवं स्त्रियों की स्थिति | 8 |
24 | 24. मुगल प्रशासन भू-राजस्व व्यवस्था, मनसबदारी एवं जागीरदारी प्रणाली | 12 |
25 | 25. मंगलकाल में सामाजिक जीवन एवं त्रियों की स्थिति | 14 |
26 | 26. मुगलकालीन आर्थिक स्थितिः कृषि, उद्योग व्यापार वाणिज्य | 10 |
27 | 27. मध्यकाल साहित्य का विकास | 8 |
28 | 28. सल्तनत काल में धार्मिक जीवन | 4 |
29 | 29. मुगलकाल में धार्मिक जीवन | 4 |
30 | 30. भक्ति आन्दोलन और सूफी परम्पराः भारत में संत परम्परा - गुरुनानक, कबीर, तुलसीदास, मीराबाई एवं महामति प्राणनाथ | 18 |
31 | 31. सल्तकालीन स्थापत्य | 5 |
32 | 32. मुगल स्थापत्य कला | 7 |
33 | 33. मुगल शैली एवं राजपूत शैली की चित्रकला | 5 |
34 | 34. इतिहास में नूरजहाँ, चाँदबीबी और जीजाबाई की भूमिका | 8 |
35 | द्वितीय प्रश्न-पत्र, 1. आधुनिक भारतीय इतिहास के स्रोत | 6 |
36 | 2. भारत में यूरोपीय लोगों का आगमन | 6 |
37 | 3. कर्नाटक में आंग्ल-फ्रांसीसी संघर्ष | 6 |
38 | 4. पानीपत का तृतीय युद्ध | 11 |
39 | 5. बंगाल में ईस्ट इंडिया कम्पनी की स्थापनाः प्लासी और बक्सर का युद्ध | 11 |
40 | 6. बंगाल में द्वैध शासन | 7 |
41 | 7. भारत में ब्रिटिश साम्राज्य का विस्तार : वारेन हेस्टिंग्ज के सुधार | 8 |
42 | 8. लार्ड कार्नवालिस (1786-1793 ई.) के सुधार | 8 |
43 | 9. लार्ड वेलेजली (1798-1805 ई.) और भारतीय राज्यों के साथ सहायक संधियां | 7 |
44 | 10. महाराजा रणजीत सिंह और उसकी उपलब्धियाँ | 9 |
45 | 11. लार्ड हेस्टिंग्स (1813-1823 ई.) और ब्रिटिश सर्वोच्चताः लार्ड हेस्टिंग्स के सुधार | 10 |
46 | 12. लॉर्ड विलियम बैटिक (1828-1835 ई.) और उसके सुधार | 4 |
47 | 13. लार्ड डलहौजी (1848-1856 ई.) का व्यपगत सिद्धान्त (हड़प नीति), उसका प्रशासन एवं सुधार | 8 |
48 | 14. ब्रिटिश शासन का प्रतिरोध जन आन्दोलन | 8 |
49 | 15. ब्रिटिश शासन का प्रतिरोध स्वतन्त्रता का प्रथम संग्राम- 1857. | 8 |