sociology book
Sr | Chapter Name | No Of Page |
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1 | index | 12 |
2 | 2- समाजशास्त्र का अर्थ, विषयवस्तु, क्षेत्र एवं महत्व (The meaning, subject matter, importance and scope of Sociology) | 14 |
3 | 3- समाजशास्त्र की उत्पत्ति एवं विकास (Origin and Development of Sociology) | 9 |
4 | 4- समाजशास्त्र की वैज्ञानिक प्रकृति (Scientific Nature of Sociology) | 7 |
5 | 5- समाजशास्त्रीय अध्ययन का मानवीय उन्मुखीकरण.. (The Humanistic Orientations to Sociological Study) | 6 |
6 | 6- समाजशास्त्र और अन्य सामाजिक विज्ञान. (Sociology and other Social Sciences) | 10 |
7 | 7- समाजशास्त्र और व्यवसाय (Sociology and Professions) | 7 |
8 | 8- समाज, समुदाय एवं व्यक्ति. (Society. Community and Individual) | 13 |
9 | 9- समिति एवं संस्था(Association and Institution) | 9 |
10 | 10- सामाजिक समूह (Social Group) | 11 |
11 | 11- सामाजिक समूह (Social Group) | 11 |
12 | 12- प्रस्थिति एवं भूमिका. (Status and Role) | 9 |
13 | 13- सामाजिक संगठन एवं सामाजिक व्यवस्था (Social Organization and Social System) | 16 |
14 | 14- जाति, वर्ग एवं शक्ति(Caste, Class and Power) | 25 |
15 | 15- शिक्षा. (Education) | 5 |
16 | 16- संस्कृति अर्थ, उपादान, विलम्बना तथा सभ्यता(Culture: Meaning, Components, Lag and Civilization) | 17 |
17 | 17-समाजीकरण(Socialization) | 9 |
18 | 18- सहयोग और व्यवस्थापन(Co-operation & Accommodation) | 8 |
19 | 19- प्रतिस्पर्धा एवं संघर्ष (Competition & Conflict) | 8 |
20 | 20- सामाजिक नियंत्रण(Social Control) | 12 |
21 | 21- सामाजिक स्तरीकरण (Social Stratification) | 8 |
22 | 22- सामाजिक गतिशीलता. (Social Mobility) | 6 |
23 | 23- सामाजिक परिवर्तन. (Social Change) | 6 |