foundation book
Sr | Chapter Name | No Of Page |
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1 | 1- उद्यमिता विकास : संकल्पना एवं महत्व(Entrepreneurship Development: Concepts and Importance) | 8 |
2 | 2- उद्यमी प्रकार एवं महत्व(Entrepreneur : Types and Importance) | 8 |
3 | 3- उद्यम स्थापना की प्रक्रिया(Startup Process) | 3 |
4 | 4- महिला उद्यमिता : आवश्यकता एवं समस्या(Women Entrepreneurship: Necessity and Problem) | 4 |
5 | 5- ग्रामीण उद्यमिता : आवश्यकता और चुनौतियाँ(Rural Interpretership : Need and Challenges) | 3 |
6 | 6- लघु उद्योग के भ्रमण के बाद रिपोर्ट तैयार करना (Report Preparation after Small Scale Industry visit) | 2 |
7 | 7- नये उद्यम को स्थापित करने का विचार(Generation of Startup Idea) | 2 |
8 | 8- नवाचार बनाम रचनात्मकता(Innovation V/s Creativity) | 2 |
9 | 9- व्यावसायिक योजना या परियोजना प्रस्ताव (विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन) [Business Plan or Project Proposal (Detailed Project Report) | 8 |
10 | 10- वित्तीय संस्थानों द्वारा परियोजना का मूल्यांकन (Appraisal of Project by Financial Institutions) | 5 |
11 | 11- सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (Micro Small and Medium Enterprise) | 3 |
12 | 12- जिला उद्योग केन्द्र (District Industry Centre) | 5 |
13 | 13- खादी और ग्रामोद्योग आयोग (Khadi and Village Industries Commission) | 3 |
14 | 14- राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम(National Small Industries Corporation) | 2 |
15 | 15- भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक(Small Industry Development Bank of India) | 1 |
16 | 16- वाणिज्यिक बैंक और विभिन्न स्वरोजगार उन्मुख और अनुदान योजनाएँ. (Commercials Banks and Various Self-Market Oriented and Grant Schemes) | 18 |
17 | 17- स्टार्टअप विचारों में स्वयं सहायता समूहों की भूमिका(Role of Self Help group in Startup ) | 2 |
18 | 18- स्टार्टअप हेतु वित्तीय संसाधन की व्यवस्था (Arrangement of Financial Resources for Startups) | 2 |