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The vision of the new education policy is to instill among the learners a deep-rooted pride in being Indian, not only in thought, but also in spirit, .... Read More
The vision of the new education policy is to instill among the learners a deep-rooted pride in being Indian, not only in thought, but also in spirit, intellect, and deeds as well as to develop knowledge, skills, values and dispositions that support responsible commitment to human rights, sustainable development and living, and global well-being, thereby reflecting a truly global citizen. प्रायोगिक रसायन उतना ही पुराना है जितना कि विज्ञान तथा इसका महत्व कभी भी कम नहीं हुआ। औद्योगिक विकास के साथ-साथ तो इसका महत्व और भी बढ़ गया है। इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखते हुये नेशनल एजुकेशन पोलिसी २०२० के अन्तर्गत सभी भारतीय विश्वविद्यालयों के एकीकृत पाठ्यक्रमानुसार बी० एस-सी० द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए यह पुस्तक लिखी गई है। इस पुस्तक में विषय के सैद्धान्तिक प्रायोगिक पक्षों को अंग्रेजी एवं हिन्दी माध्यम में साथ-साथ बहुत सरल, प्रवाहमयी तथा स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत किया गया है जिससे कि विद्यार्थियों की प्रयोगात्मक रसायन में रूचि बनी रहे। पाठ्य सामग्री को क्रमबद्ध रूप में प्रस्तुत किया गया है।
Sr | Chapter Name | No Of Page |
---|---|---|
1 | 1. कार्बोहाइड्रेटों का गुणात्मक एवं मात्रात्मक विश्लेषण (Qualitative and Quantitative Analysis of carbohydrates) | 34 |
2 | 2.प्रोटीनों, ऐमीनो अम्लों तथा वसाओं का गुूणात्मक एवं मात्रात्मक विश्लेषण (Qualitative and Quantitative Analysis of Proteins, Amino Acids and fats) | 40 |
3 | 3. न्यूक्लिक अम्लों का निर्धारण तथा पहचान (Determination and Identification of Nucleic Acids) | 18 |
4 | 4. सरल औषध अणुओं का संश्लेषण (Syntheses of Simple Drug Molecules) | 18 |