प्रायोगिक रसायन उतना ही पुराना है जितना कि विज्ञान तथा इसका महत्व कभी भी कम नहीं हुआ। औद्योगिक विकास के साथ-साथ तो इसका महत्व और भी बढ़ गया है। इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखते हुये नेशनल एजुकेशन पोलिसी २०२० के अन्तर्गत सभी भारतीय विश्वविद्यालयों के एकीकृत पाठ्यक्रमानुसार बी० एस-सी० प्रथम समेस्टर के विद्यार्थियों के लिए यह पुस्तक लिखी गई है। इस पुस्तक में विषय के सैद्धान्तिक प्रायोगिक पक्षों को अंग्रेजी एवं हिन्दी माध्यम में साथ-साथ बहुत सरल, प्रवाहमयी तथा स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत किया गया है जिससे कि विद्यार्थियों की प्रयोगात्मक रसायन में रूचि बनी रहे। पाठ्य सामग्री को क्रमबद्ध रूप में प्रस्तुत किया गया है।
Sr | Chapter Name | No Of Page |
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1 | 1. आयतनी विश्लेषण | 22 |
2 | 2. जल गुणवत्ता विश्लेषण | 24 |
3 | 3. धातु आयनों का आकलन | 12 |
4 | 4. अम्लों तथा क्षारों की मात्रा का आकलन | 10 |
5 | 5. अकार्बनिक लवणों तथा जलयोजित जल का आकलन | 11 |
6 | 6. आयतनी विश्लेषण में मौखिक प्रश्नोत्तर | 11 |