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ऊतक संवर्धन
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ऊतक संवर्धन

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Publisher: ( AISECT Publication, Bhopal )

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    ऊतक संवर्धन

    ऊतक संवर्धन जीव विज्ञान की वह शाखा है जिसके अन्तर्गत् विकसित प्राणियों और पादपों के ऊतकों अथवा कोशिकाओं की कृत्रिम रूप से एक नियंत्रित वातावरण में वृद्धि कराई जाती है। यही है ऊतक संवर्धन की परिभाषा। कोशिका संवर्धन अथवा ऊतक संवर्धन में पादप तथा प्राणि दोनों प्रकार की कोशिकाएँ सम्मिलित होती हैं। वस्तुतः ऊतक संवर्धन पौधों की कोशिकाओं को पौधे से अलग अथवा प्राणि कोशिका को प्राणी से अलग रख कर वृद्धि कराने की विधि है। इस विधि में हम पादप की किसी एक कोशिका अथवा ऊतक को एक संवर्ध माध्यम में रख कर उससे एक विकासशील पौधा प्राप्त कर लेते हैं। यही तथ्य प्राणियों के विषय में भी सत्य है। ठीक इसी प्रकार हम किसी प्राणी के ऊतक को भी संवर्ध माध्यम में रख कर उससे एक विकासशील प्राणी की उत्पत्ति करा सकते हैं। इस प्रकार ऊतक संवर्धन में प्राणि तथा पादप दोनों प्रकार की कोशिकाओं पर यह विधि अपनाई जा सकती है। वैज्ञानिक शब्दावली में कहने की चेष्टा करें तो प्राणियों अथवा पौधों के जीवद्रव्यक ;चतवजवचसेंजद्धए कोशिकाओं ;बमससेद्धए ऊतकों ;जपेनमेद्ध अथवा अंगों ;वतहंदेद्ध को अजर्म संवर्ध में रख कर ऐसी स्थितियाँ प्रदान करने की चेष्टा की जाती है कि कोशिकाएँ बहुगुणित हों और उससे पूरे पौधे या प्राणी का पुनर्जनन संभव हो सके। अर्थात् यह सामान्य और प्राकृतिक तरीके से अलग किसी प्रयोगशाला में कोशिकाओं को कृत्रिम रूप से संवर्धित करने की प्रक्रिया का नाम है। ऊतक अथवा कोशिका संवर्धन की इस प्रक्रिया को दूसरे शब्दों में इस प्रकार भी परिभाषित किया जा सकता है - ‘पौधों और प्राणियों में कोशिकाएँ ऊतकों के एक व्यवस्थित जाल ;उंजतपगद्ध में स्थित रहती हैं जो पौधों की नियंत्रित वृद्धि तथा विभेदन ;कपिमितमदजपंजपवदद्ध के लिए उत्तरदायी होती हैं। संपूर्ण पौधे या प्राणियों से इन कोशिकाओं को विलगित और अनुरक्षित करके उन्हें पोषक और वृद्धिकारक तत्वों के संम्मिश्रण वाले संवर्ध माध्यम में अंतःपात्रे संवर्धित करने की प्रक्रिया ही कोशिका या ऊतक संवर्धन है।’ ऊतक संवर्ध्ान ऐसी प्रतिकृतियाँ या क्लोन उत्पन्न कर सकता है जिसमें समस्त उत्पादक कोशिकाओं ;चतवकनबज बमससेद्ध में मातृ कोशिका के समान ही जीन प्ररूप ;हमदवजलचमद्ध विद्यमान होते हैं। इसका अर्थ यह है कि इस विधि से प्राप्त किए

    ( प्रेमचन्द्र श्रीवास्तव )

    Category: Higher Education,General
    ISBN: 978-93-94553-65-1
    Sr Chapter Name No Of Page
    1 ऊतक संवर्धन : 6
    2 ऊतक संवर्धन का इतिहास 14
    3 ऊतक संवर्धन की प्रयोगशाला एवं उपकरण 15
    4 ऊतक संवर्धन की विधियाँ और प्रकार 67
    5 ऊतक सवं र्धन के उपयोग आरै लाभ 52
    6 उपसंहार 52
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