प्रेमचंद का मूल नाम धनपतराय था और उनका जन्म 31 जुलाई 1880 को वाराणसी के नज़दीक लमही गांव में हुआ था। पिता का नाम अजायब राय था और वे डाकखाने में मामूली नौकरी करते थे। वे जब सिर्फ आठ साल के थे तब मां का निधन हो गया। पिता ने दूसरा विवाह कर लिया लेकिन वे मां के प्यार और वात्सल्य से महरूम रहे।
Sr | Chapter Name | No Of Page |
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1 | 1. मुबारक बीमारी | 9 |
2 | 2. पुर-प्रेम | 7 |
3 | 3. होली की छुट्टी | 15 |
4 | 4. प्रनतशोि | 12 |
5 | 5. देवी | 2 |
6 | 6. बडे बाबू | 11 |
7 | 7. आखखरी तोहफा | 14 |
8 | 8. आखखरी मंन्जल | 6 |
9 | 9. आल्हा | 13 |
10 | 10. राजहठ | 26 |
11 | 11. मनावन | 11 |
12 | 12. मसर्ा एक आवाज | 8 |
13 | 13. अनाथ लडकी | 9 |
14 | 14. सभ्यता का रहस्त्य | 7 |
15 | 15. दो सखखया | 62 |
16 | 16. आत्म-संर्ीत | 4 |
17 | 17. कक्रकेट मैच | 15 |
18 | 18. कोई दुख न हो तो बकरी खरीद लो | 12 |
19 | 19. मैक | 12 |