किसी भी देश या समाज की अर्थव्यवस्था का मापक उसका व्यापार और उद्योग होता हैद्यप्राचीन काल से ही मनुष्य विभिन प्रकार के उद्योग और व्यापार में लिप्त है और भारत भी इससे कभी अछूता नहीं रहा है। सिन्धु घाटी सभ्यता के समय से ही भारत का व्यापारिक सम्बन्ध मध्य-पूर्व के देशों से थाद्य भारतीय मसाले और सूती वस्त्रों की विदेशों में भारी मांग थी। समय के साथ व्यापार और उद्योग का स्वरुप बदला और व्यापर का ढंग भी। भारतीय अर्थव्यवस्था का लगभग 100 वर्षों का इतिहास देखें तो आप तमाम ऐसे नाम पाएंगे जिन्होंने अपने अथक परिश्रम, कुशाग्रता और दूर-दृष्टि से अपने उद्योग और समूह को ऐसी उंचाईयों तक पहुँचाया जिससे उनका नाम हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में वर्षों से यहां के उद्योगपतियों ने अहम भूमिका निभाई है। जानते हैं देश के प्रमुख उद्योगपतियों के जीवन और उपलब्धियों के बारे में।
Sr | Chapter Name | No Of Page |
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1 | 1. पृथ्वी राज सिंह (PRS) ओबरॉय | 3 |
2 | 2. आनंद महिंद्रा, महिंद्रा | 3 |
3 | 3. एन.आर. नारायणमूर्ति | 3 |
4 | 4. मुकेश अंबानी | 4 |
5 | 5. कुमार मंगलम बिड़ला | 3 |
6 | 6. रतन टाटा | 3 |