महाराष्ट्र सरकार द्वारा अंग्रेजी में प्रकाशित डॉक्टर अम्बेडकर वाङ्मय का हिंदी एवं अन्य 11 भाषाओं में डॉक्टर अम्बेडकर फाउण्डेशन, कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अनुवाद किया जा रहा हैइस अनूदित कार्य का सुधी पाठकों ने हृदय से स्वागत किया है।
Sr | Chapter Name | No Of Page |
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1 | भाग एक, तुलनात्मक सर्वेक्षण- अध्याय 1. गैर-हिन्दुओं में छुआछूत | 8 |
2 | 2. हिंदुओं में छुआछूत | 16 |
3 | भाग दो, आवास की समस्या- 3. अछूत गांव के बाहर क्यों रहते हैं? | 8 |
4 | 4. क्या अछूत छितरे व्यक्ति हैं? | 4 |
5 | 5. क्या ऐसे समानान्तर मामले हैं? | 4 |
6 | 6. छितरे लोगों की अलग बस्तियां अन्यत्र कैसे विलुप्त हो गई? | 4 |
7 | भाग तीन, छुआछूत की उत्पत्ति के पुराने सिद्धांत- 7. छुआछूत की उत्पत्ति का आधार नस्ल का अंतर । | 18 |
8 | 8. छुआछूत की व्यवसाय जन्य उत्पत्ति । | 6 |
9 | भाग चार, छुआछूत की उत्पत्ति के नए सिद्धांत- 9. बौद्धों का अपमान छुआछूत का मूलाधार | 8 |
10 | 10. गोमांस भक्षण- छुआछूत का मूलाधार | 6 |
11 | भाग पांच, नए सिद्धांत और कुछ प्रश्न- 11. क्या हिंदू गोमांस कभी नहीं खाते थे? | 8 |
12 | 12. गैर-ब्राह्मणों ने गोमांस खाना क्यों छोड़ा | 6 |
13 | 13. ब्राह्मण शाकाहारी क्यों बने? | 18 |
14 | 14. गोमांस भक्षण से छितरे बहिष्कृत व्यक्ति अछूत कैसे बने | 8 |
15 | भाग छः, छुआछूत तथा उसका उत्पत्ति काल- 15. अशुचि और अछूत | 12 |
16 | 16. बहिष्कृत व्यक्ति अछूत कब हो गए? | 12 |
17 | 17. अनुक्रमणिका | 12 |