मित्रवर पण्डित गोकुलचन्द्र शर्मा का अनुरोध है कि मैं उन की नवीन कृति 'तपस्वी तिलक' के लिए कुछ शब्द लिख दूँ । 'तपस्वी तिलक' की रचना करके पण्डित जी ने मेरी एक जीवनेच्छा पूरी की है। इस लिए उन के इस अनुरोध का पालन करना मैं अपना कर्तव्य समझता हूँ ।
Sr | Chapter Name | No Of Page |
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1 | 1. अवतरण | 10 |
2 | 2. बाल-लीला | 16 |
3 | 3. प्रबोध | 35 |
4 | 4. उत्सर्ग | 25 |
5 | 5. सेवा | 20 |
6 | 6. तपस्या | 20 |