बीएससी प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए
Sr | Chapter Name | No Of Page |
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1 | अनुप्रयुक्त वनस्पति शास्त्र, अनुप्रयुक्त वनस्पति विज्ञान - परिचय एवं महत्व | 7 |
2 | वनस्पति शास्त्र का इतिहास एवं विकास | 6 |
3 | वनस्पति विज्ञान की शाखाएँ एवं पौधांे का मनुष्य से संबंध | 7 |
4 | पर्यावरण प्रदूषण | 25 |
5 | जैव उपचारण एवं पादप उपचारण | 12 |
6 | कृषि-प्राचीन एवं आधुनिक क्रियाकलाप | 19 |
7 | जैविक खेती | 8 |
8 | बागवानी, सिल्वीकल्चर और वानिकी | 13 |
9 | ग्रामीण विकास में वनस्पति विज्ञान की भूमिका: इथनोबॉटनी एवं इथनोमेडिसिन | 17 |
10 | इथनोफाइबर्स | 6 |
11 | इथनो खाद्य फसलें | 9 |
12 | पादप ऊतक संवर्धन | 21 |
13 | पुनर्योगज क्छ। तकनीक | 13 |
14 | वर्तमान युग में पुनर्योगज तकनीक की भूमिका | 11 |
15 | बायोइन्फॉर्मेटिक्स या जैव सूचना प्रौद्योगिकी विज्ञान | 6 |
16 | आधारभूत वनस्पति शास्त्र, वनस्पति शास्त्र का इतिहास एवं भारतीय योगदान | 8 |
17 | निम्न एवं उच्च वर्गीय पौधों की आकारिकी | 10 |
18 | पत्तियाँ एवं उनके प्रकार | 8 |
19 | पुष्पक्रम, पुष्प एवं फल | 25 |
20 | कोशिका एवं कोशिकांग | 40 |
21 | कोशिका विभाजन | 22 |
22 | सूक्ष्मदर्शी | 9 |
23 | शैवाल | 21 |
24 | प्रकृति में शैवालों की भूमिका एवं आर्थिक महत्व | 8 |
25 | ब्रायोफाइटा के सामान्य लक्षण एवं वर्गीकरण | 13 |
26 | एक ब्रायोफाइटा का अध्ययन: रिक्सिया | 18 |
27 | टैरिडोफाइट्स | 8 |
28 | टैरिडोफाइट्स के रंभीय तन्त्र | 6 |
29 | विषम बीजाणुकता एवं बीज स्वभाव की उत्पत्ति | 9 |
30 | अनावृतबीजी (नग्नबीजी) पादप | 11 |
31 | जीवाश्म वनस्पति विज्ञान (पुरावानस्पतिकी) | 18 |
32 | कवक | 15 |
33 | कवकों का आर्थिक महत्व एवं लाइकेन्स | 12 |
34 | सूक्ष्मजीव: विषाणु, माइकोप्लाज्मा, सायनोबैक्टीरिया एवं एक्टिनोमाइसीटीज का सामान्य विवरण | 29 |
35 | सूक्ष्मजीव: आर्कीबैक्टीरिया एवं यूबैक्टीरिया | 29 |