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पाठकां के लिए विज्ञान सदैव ही कौतुहल और रुचि का विषय रहा ह .... Read More
पाठकां के लिए विज्ञान सदैव ही कौतुहल और रुचि का विषय रहा है। हिन्दी में विज्ञान लेखन की संभावनाएँ, सीमाएँ, वैज्ञानिक तथ्यां की सत्यता का निरूपण आदि विज्ञान लेखन के सदं र्भ में महत्वपूर्ण घटक रहे हैं। विज्ञान की सुदीघ र् परपं रा और विज्ञान तथा तकनीक में हो रहे विकास का सज्ञांन में लेकर आज हिन्दी में एक परू पीढी़ विज्ञान लेखन कर रही ह।ै इस लोकप्रिय विज्ञान शृंखला के विषयों के चयन में इस बात का ध्यान रखा गया है कि आधुनिक और पा्र चीन दोनां ही तरह की विषय वस्तुआें का उपयोग किया जाए और साथ ही कुछ ऐसे विषयों को भी लिया जाए जिससे समाज के सामने आ रही समस्याएँ परिलक्षित हों और उनके बारे में हमारी सामग्री पाठक को जागरूक करने का काय र् कर सके। इस शृंखला में एक आरे ’ब्रह्मांड की उत्पत्ति’, ’भारत में विज्ञान एवं विज्ञान संचार की परंपरा’, ’हिंदी विज्ञान लेखन : भूत, वर्तमान एवं भविष्य’, ’भारतीय वैज्ञानिकों के अनछुए पहलू’, ’हम क्या समझते हैं’, ’मध्यप्रदेश की विज्ञान संचार यात्रा’ जैसे विषय लिए गए हैं तो पर्यावरण की महत्ता की दृष्टि से ’जलवायु परिवर्तन’, ’महासागर बोलते हैं’, ’महासागर : जीवन के आधार’, ’भोज वेटलैडं : भापेल ताल’, ’पर्यावरण और मानव जीवन’ जैसे विषयां पर भी पुस्तकें शामिल की गई हैं। जन सामान्य की रुचि के अनुसार विज्ञान कथा एवं उपन्यास पर आधारित ’ह्यूमन ट्रांसमिशन एवं अन्य विज्ञान कथाएं’, ’ग्रीन बेबी’ के अलावा ’रसोई विज्ञान’, ’फोरेंसिक विज्ञान’, ’दैनिक जीवन में रसायन’, ’सेहत और हम’, ’प्रदष्ूण जनित रोग’, ’सांदर्य प्रसाधन का रसायन विज्ञान’, ’मध्य प्रदेश में पक्षी’, ’सर्वशास्त्र शिरोमणि गणित’ जैसे विषयों का समावेश किया है। विद्यार्थियों के लिए विशेष उपयोगी ’आइए लिनक्स सीख’ें , ’सूक्ष्मजीव विज्ञान’, ’बायाइे न्फोर्मेटिक्स’, ’ऊतक सवं र्धन’, ’बच्चों के लिए विज्ञान मॉडल’ भी इस शृंखला में शामिल किए गए हैं। यहाँ भाषा को सहज एवं संप्रेषणीय रखने का प्रयास किया गया है और उसे बोझिल होने स
Sr | Chapter Name | No Of Page |
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1 | विषय प्रवेश | 3 |
2 | पाश्चात्य दर्शन धारा की भारतीय दर्शन धारा से तुलना | 4 |
3 | ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के आधुनिक सिद्धान्त | 3 |
4 | कार्य कारण सिद्धान्त, (त्मसंजपवद वि बंनेम - म्िमिबज) | 3 |
5 | जड़ चेतनात्मक जगत् | 5 |
6 | सृष्टि उत्पत्ति एवं वेद, (ऋग्वेद का नासदीय सूक्त) | 11 |
7 | साँख्य दर्शन, महर्षि कपिल एवं सर्गारम्भ (सृष्टि रचना) | 13 |
8 | मनश् पर भारतीय और पाÜचात्य विचार, (यजुर्वेद का शिवसंकल्प सूक्त) | 7 |
9 | काल, काल की उत्पत्ति, अथर्ववेद का काल सूक्त एवं भारतीय काल गणना | 16 |
10 | आर्यभट, गणित एवं ज्योतिष | 16 |
11 | कोपरनिकस, केपलर, गेलिलियो और न्यूटन | 12 |
12 | अलबर्ट आइन्स्टीन और उनके सिद्धान्त | 33 |
13 | स्टीफन हॉकिन्ग और उनके विचार | 15 |
14 | काल यात्रा (टाइम ट्रेवल) | 15 |