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प्रस्तुत पुस्तक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को ध्यान में रख .... Read More
प्रस्तुत पुस्तक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। प्रारम्भिक इतिहास के विभिन्न पहलुओं को समावेशित करते हुए, इस पुस्तक को तैयार किया गया है। इतिहास अध्ययन से जुड़े स्नातक तथा स्नाकोत्तर स्तर के विद्यार्थी इस पुस्तक के द्वारा समस्त पाठ्यक्रम का अध्ययन कर सकेंगे।
Sr | Chapter Name | No Of Page |
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1 | यूनिट – 1 : इतिहास का अर्थ, कार्यक्षेत्र एवं स्रोत | 21 |
2 | यूनिट – 2 : पुरा पाषाण, मध्य पाषाण और नव पाषाण संस्कृतियों का एक व्यापक सर्वेक्षण | 8 |
3 | यूनिट – 3 : हड़प्पा सभ्यता उत्पत्ति विस्तार, मुख्य विशेषताएँ और पतन, ताम्र पाषाण युग | 10 |
4 | यूनिट – 4 : ऋग्वैदिक और उत्तर वैदिक काल : राजव्यवस्था, समाज, अर्थव्यवस्था और धर्म, पी.जी. डब्ल्यू और मेगालिथ के संदर्भ में लौह युग | 17 |
5 | यूनिट – 5 : प्रादैशिक राज्य और मग्ध का उदय, उत्थान की परिस्थितियां महाजनपद और मगध की सफलता के कारण | 7 |
6 | यूनिट – 6 : जैन धर्म, बौद्ध धर्म : कारण, सिद्धान्त, प्रसार, पतन और योगदान | 17 |
7 | यूनिट – 7 : मौर्य साम्राज्य का उद्भव और विकास : राज्य, प्रशासन, अर्थव्यवस्था, अशोक का धम्म | 17 |
8 | यूनिट – 8 : सातवाहन चरण : राजनीतिक इतिहास, भौतिक संस्कृति के पहलू और प्रशासन | 5 |
9 | यूनिट – 9: संगम युग : संगम साहित्य, तीन प्रारम्भिक साम्राज्य, समाज तथा तमिल भाषा | 13 |
10 | यूनिट 10 : शक, पार्थियन और कुषाण का युग, राजनीतिक के पहलू, समाज, धर्म, कला और शिल्प | 13 |