0 Ratings
0 Reviews
202 Views
कविता क्या है? सर्व हिताय, सर्व सुऽाय हृदय की अंतल गहराइयो .... Read More
कविता क्या है? सर्व हिताय, सर्व सुऽाय हृदय की अंतल गहराइयों में उठती सरल-तरल उमंगे, जिंदगी और जिंदगी से जुड़े सैकड़ों मन को छू जाने वाले कटु और मध्ुर अनुभवों की एक स्वरमयी श्रृंऽला हैं। कथाकार, समीक्षक एवं कवि भाई संदीप शर्मा ‘निर्मल’ जी वेफ काव्य संग्रह ‘मेरी प्यारी कविता’ की पांडुलिपि पढ़कर ऐसा एहसास हुआ। फ्पप्र विराजित, हंस वाहिनी, सुर दायिनी, ज्ञानगंग अनंत।’’ माँ ध्वला की आराध्ना से प्रारंभ यह संग्रह पूर्णता काव्य में अभिनव प्रयोग के साथ अपने आराध्य आराध्ना माँ सरस्वती एवं ‘हिंदी की आरती’ वेफ साथ आगे बढ़ता हैं। माँ, तिरंगा, गीत मेरे नाम का, वर्षा )तु, यथार्थ के ध्रातल से कलम के माध्यम कागज पर उतारी गयी, नव प्रयोग के नव प्रस्तुति मन को छू
Sr | Chapter Name | No Of Page |
---|---|---|
1 | कविता क्या है? सर्व हिताय, सर्व सुऽाय हृदय की अंतल गहराइयों में उठती सरल-तरल उमंगे, | 5 |