Whatsapp: 9528447153
Email Us: info@ebookselibrary.com
Call Us: 9528447153
Press Ctrl+G to toggle between English & Hindi
आना मेरे गाँव

आना मेरे गाँव

  • 0.0

    0 Ratings

  • 0 Reviews

  • 222 Views

Author(s): ( सीमा व्यास )

Publisher: ( AISECT Publication, Bhopal )

मैं महिला थी, इसलिए सरपंच थी। या इसे यों कह लें कि मेरा महि .... Read More

Buy Ebook 123.28

(Add licenses in multiples of 5)

Rent Ebook Up to 8% off

Buy Chapters 18

  • Books Details

    आना मेरे गाँव

    मैं महिला थी, इसलिए सरपंच थी। या इसे यों कह लें कि मेरा महिला होना ही सरपंच पद की योग्यता थी। ग्राम पंचायत के चुनाव में सरपंच का पद महिला के लिए आरक्षित था। मैं आरक्षित थी। दुर्गा के पिताजी ने जब मुझसे कहा कि तुझे चुनाव में खड़ा होना है। मुझे नहीं पता था चुनाव में कैसे खड़े होते हैं। मैंने भोलेपन से कहा- ‘‘आप ही खड़े हो जाओ। मुझे चुनाव में खड़ा होना नहीं आता

    ( सीमा व्यास )

    Category: Story Book
    ISBN: APB-700
    Sr Chapter Name No Of Page
    1 आना मेरे गाँव 1
  • Ratings & Reviews

    Ratings & Reviews

    0

    0 Ratings &
    0 Reviews

    5
    0
    4
    0
    3
    0
    2
    0
    1
    0